कम्प्यूटर के लाभ और हांनिया | Advantage and disadvantage of computer |

आज ह्म आपको कम्प्यूटर के लाभ और इससे होने वाले नुकसान के वारे में वताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं –

कम्प्यूटर के लाभ | Advantage of computer

  1. समय की बचत बहुत से कार्य ऐसे हैं, जिनको हाथ से करने से ह्में कई घंटे, दिन या महीने लग जाते हैं। लेकिन कम्प्यूटर की सहायता से ये कार्य कुछ ही घंटों या मिनटों में सम्पन्न हो जाते हैं। इससे मनुष्य का समय बचता है।

2.धन की बचत कम्प्यूटर द्वारा कार्य कम समय में पूरे हो जाने के कारण धन की बचत होती है,

जिससे वस्तुओं और सेवाओं की लागत में कमी आती है।

3. उत्पादकता में वढोतरी कम्प्यूटर द्वारा चलित मशीनों का उपयोग विभिन्न उधोगों में करने से कम खर्च में अधिक उत्पादन किया जा सकता है

और उत्पादों की गुण्वता भी अच्छी होती है, जिससे उधोग की उत्पादकता और लाभप्रदता बढ जाती है।

4. कार्य क्षमता में वढोतरी कम्प्यूटर अपनी तेज गति और शुद्दता के साथ गणनाएं करने के कारण बहुत से जटिल कार्य बिना गलती किए ठीक – ठीक कर देते हैं,

जिससे मनुष्य की कार्यक्षमता बढ जाती है।

5.जीवन-स्तर में सुधार कम्प्यूटर के उपयोग के कारण समाज के जीवन स्तर में बहुत सुधार हुआ है

और कार्यालयों में नीरसता वाला वातावरण समाप्त होकर चुनौतीपूर्ण वातावरण उत्पन्न हुआ है।

6.रोजगार में वढोतरी कम्प्यूटर के उपयोग ने कई क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर प्रदान किए हैं।

सॉफ्टवेयर निर्यात के क्षेत्र में करोडों मानव श्रम दिवसों का रोजगार प्राप्त किया गया है, जिससे देश को कीमती विदेशी मुद्रा भी उपलब्ध हो रही है।

आज ह्म देख रहें हैं कि ह्मारे जीवन का शायद ही कोई क्षेत्र ऐसा है, जो कम्प्यूटर के प्रयोग से अछुता हो या जिसमें कम्प्यूटर की छाया न पडी हो। किसी एक अविष्कार ने मानव जीवन को इतना प्रभावित शायद ही किया हो, जितना कम्प्यूटर ने किया है।

कम्प्यूटर से होने वाली हानियां| Disadvantage of computer

advantage and disadvantage of computer

प्रत्येक वस्तु में कई गुणों के साथ कुछ अवगुण भी होते हैं। कम्प्यूटर भी एक इसका उदाहरण है, कम्प्यूटरों के अत्यधिक उपयोगों से जहां रोजगार के कुछ नए क्षेत्र उत्पन्न हुए हैं, वहीं बहुत से पुराने क्षेत्रों में रोजगार के अवसर घट गए हैं। उदाहरण के लिए – रेलवे आरक्षण का कम्प्यूटर खराब हो जाने पर आरक्षण कार्य ठप हो जाता है

और यदि इसे शीघ्र चालू न किया जाए, तो रेलों का चक्का जाम हो सकता है,

जिससे भारी अव्यवस्था फैल सकती है।

इसके साथ ही कम्प्यूटरों पर अत्यधिक निर्भरता भी मानव जाति के हित में नहीं है। इसका लगातार उपयोग करने से व्यकित की आखों की नजर

कमजोर हो जाती है,

शारीरिक खेल खेलने की बजाए

कम्प्यूटर में विडियो गेमस खेलने से लोग आलसी बनते जा रहें हैं। इसका ज्यादा इस्तेमाल व्यकित को बिमार भी बना सकता है। जैसे – कमर मे दर्द,

लगातार एक ही पोजीशीन में बैठे रहने से खून का संचार ठीक तरह से नहीं होता। एक रिसर्च मे यह पाया गया है कि ज्यादा कम्प्यूटर का इस्तेमाल करने वाले व्यकित

अनिद्रा और डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। कम्पयूटर के गलत इस्तेमाल से चोरी, ड्केती जैसी घटनाओं को बढावा मिला है।

फिर भी कहा जा सकता है कि कम्प्यूटरों के उपयोग से हानियों की तुलना में लाभों का पलडा बहुत भारी है। इसलिए सभी ओर से कम्प्यूटर का उपयोग बढता ही जा रहा है।

सारांश –

कम्प्यूटरों के गुणों को देखते हुए इन पर किए जाने वाले कार्यों की संख्या और मात्रा लगातार बढती जा रही है। आज ह्म कम्प्यूटरों पर इतने निर्भर हो गए हैं कि बहुत से कार्य बिना इनकी मदद के कर पाना असम्भव सा लगने लगा है। कह्ने का अर्थ है कि ह्मारे दैनिक जीवन में कम्प्यूटर का ह्स्तक्षेप और महत्व इतना बढ गया है,

कि वह सुबिधा और आवश्यकता की श्रेणियों का पार करके अब अनिवार्यता की श्रेणी में आ गया है। विज्ञान के बहुत से क्षेत्रों में कम्प्यूटरों की सहायता से ही प्रगति सम्भव हुई है। कमप्यूटर ने धीरे – धीरे ह्मारे जीवन के इतने अधिक क्षेत्रों में अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया है कि यह कह्ना मुश्किल हो गया है कि ह्मारा कौन सा कार्य ऐसा है, जिसमें कम्प्यूटर का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष हाथ न रहा हो।

आशा करता हूं आपको आर्टीकल में सारी जानकारी मिल गई होगी। अगर आपको ये आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेंट और लाइक जरुर करें।